
राजस्थान की भूमि वीरों की भूमि है। राजस्थान के प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम में अनेक महापुरुषों, शूर-वीरों एवं योद्धाओं उनके कार्यों के अनुरूप संबोधित किया गया है। इन महापुरुषों ने अपने उत्कृष्ट कार्यों, देश एवं राज्य के प्रति सेवा के द्वारा राजस्थान की मिट्टी का नाम रोशन किया है।
राजस्थान के प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम
राज्य के महापुरुषों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के अनुसार उपनाम दिया गया है। विभिन्न क्षेत्रों में उपनाम से पहचाने गए प्रमुख व्यक्तियों को नीचे दर्शाया गया है। राजस्थान के प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम में राजनीति, संगीत-कला, शासन इत्यादि सभी वर्गों के महापुरुष शामिल हैं।
जैसे- महाराणा प्रताप ने मरणोपरांत तक अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की थी। इस कारण उनको हल्दीघाटी का शेर (हल्दीघाटी में अकबर की सेना के साथ हुए युद्ध के कारण) तथा मेवाड़ केसरी के नाम से जाना जाता है।
- राजस्थान के निर्माता– मोहनलाल सुखाड़िया
- राजस्थान का शिक्षा संत– स्वामी केशवानंद
- राजस्थान के टाइगर पुरुष– कैलाश सांखला
- राजस्थान में उद्योग जगत के पितामह– घनश्याम दास बिड़ला
- राजस्थान का नगीना– डॉ नगेन्द्र सिंह
- राजस्थान में पत्रकारिता के भीष्म पितामह– पंडित झाबरमल शर्मा
- आधुनिक भारत का भागीरथ– महाराजा गंगासिंह
- राजस्थान में किसान आंदोलन के जनक– विजय सिंह पथिक
- राजस्थान में नौटंकी के सिरमौर– मास्टर गिर्राज
- मेवाड़ के गांधी– माणिक्य लाल वर्मा
- बांगड़ का गांधी– भोगीलाल पांड्या
- हिन्दू बादशाह– राव मालदेव
- गांधीजी के पांचवे पुत्र– जमनालाल बजाज
- राजस्थान का कबीर– दादूदयाल
- राजस्थान की राधा– मीरा बाई
- बागड़ की मीरा– गवरी बाई
- राजस्थान का लोहपुरुष– दामोदर व्यास
- राजस्थान का नेहरू– पंडित जुगल किशोर चतुर्वेदी
- मेवाड़ के भीष्म पितामह– राव चूड़ा
- राजस्थान के गांधी– गोकुल भाई भट्ट
- राजस्थान की मरू कोकिला– गवरी देवी
- राजस्थान का लोकनायक– जयनारायण व्यास
- राजस्थान का कैमल पुरुष– अशोक टांक
- भारत की मोनालिसा- बनी ठनी चित्रकारी (किशनगढ़)
- मारवाड़ की पन्नाधाय– गोराधाय
राजस्थान के प्रमुख व्यक्तियों के उपनाम
- मारवाड़ का प्रताप– राव चंद्रसेन
- बागड़ का धनी– नरहड़ के पीर (झुंझुनूं)
- मेवाड़ का उद्धारक– राणा हम्मीर
- मारवाड़ का चाणक्य– भाटी गोयंददास
- राजस्थान का नृसिंह– संत दुर्लभ जी
- राजस्थान का पाथल/हल्दीघाटी का शेर/मेवाड़ केसरी/मेवाड़ का कीका/हिन्दू राजा सूरज– महाराणा प्रताप
- राजस्थान का पीथल– कुंवर पृथ्वीराज राठौड़
- राजस्थान में जाटों का प्लेटो– महाराजा सूरजमल
- राजस्थान का पोलो का पेले– सवाई मानसिंह
- घोड़े वाला बाबा– कर्नल जेम्स टॉड
- राजस्थान की जलपरी– रीमा दत्ता
- राजस्थान के रेल बाबा- किसनलाल सैनी
- राजस्थान का पानी वाला बाबा- राजेन्द्र सिंह
- राजस्थान में पिछवाई का जादूगर- विठलदास
- कठपुतलियों का जादूगर- दादा पदमजी
- धुन के धनी- जयनारायण व्यास
- राजस्थान में लोक चेतना के संवाहक- जयनारायण व्यास
- राजस्थान में राजनीतिक चाणक्य/राजस्थान के बाबोसा- भैंरोसिंह शेखावत
- राजस्थान में सारंगी के सरताज- सुल्तान खां
- राजस्थान की श्री देवी- नीलू
- थार की वैष्णो देवी- तनोट माता
- राजस्थान में स्थापत्य कला का जनक- महाराणा कुम्भा
- राजस्थान में मीनाकारी का जादूगर- सरदार कुदरत सिंह
- राजस्थान की पानी वाली बहन जी- विमला कौशिक
- राजस्थान में लोकसुरों की शहनाई- मांगी बाई
- कलियुग का कण- राव बीका
- जोधपुर का तानसेन- अली अकबर
- राजस्थान में इस्पात उद्योग का भीष्म पितामह- प्रभुलाल अग्रवाल
- थार का लाल- स्वरूप खां
- राजस्थान में क्रिकेट का शहजादा- सलीम दुर्रानी
- राजस्थान का शांति दूत- जसवंत सिंह
- राजस्थान की आयरन लेडी- वसुंधरा राजे सिंधिया
- राजस्थान की सिल्वर क्वीन- सृष्टि टंडन
- राजस्थान का गौरव- पंडित भरत व्यास
- राजस्थान में बाघ परियोजना के सूत्रधार- कैलाश सांखला
- राजस्थान में वॉलीबॉल का टाइगर- सुरेश मिश्र
- राजस्थान में बास्केटबॉल की बुलंदी- अजमेरी सिंह
- राजस्थान का अर्जुन- लिम्बाराम
- राजस्थान में विज्ञान की अनमोल दौलत- डॉ दौलत सिंह कोठारी
- राजस्थान में पंखावाज के पंडित- पुरुषोत्तमदास
- राजस्थान का भारतेंदु- शिवचंद भरतिया
- राजस्थान में संघर्ष, क्रांति और सत्याग्रह के प्रणेता- विजय सिंह पथिक