
जयपुर (Jaipur) राजस्थान की राजधानी (Capital of Rajasthan) और राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है। इसकी स्थापना 18 नवम्बर 1727 ई. को तत्कालीन आमेर रियासत के शासक सवाई जयसिंह (जयसिंह द्वितीय) ने की थी। जयपुर शहर के प्रमुख वास्तुकार और नगर नियोजक “विद्याधर भट्टाचार्य” थे। यहाँ की स्थापत्य कला का देश- विदेश में अद्वितीय स्थान है। जयपुर शहर को यूनेस्को ने जुलाई, 2019 में “विश्व विरासत शहर (World Heritage City)” का दर्जा प्रधान किया।
जयपुर शहर (Jaipur City)
- Jaipur शहर की बसावट नौ वर्गों के सिद्धांत पर की गई थी। शहर के बीचों बीच सिटी पैलेस (City Palace) स्थित है, यह पैलेस परम्परागत राजस्थानी और मुगल स्थापत्य कला का प्रभावशाली मिश्रण है। City Palace के परिसर में स्थित हवामहल का निर्माण महाराजा प्रताप सिंह ने 1799 ई. में करवाया था।
- 1728 ई. में सवाई जयसिंह द्वारा बनाई गई सिटी पैलेस स्थित वेधशाला को जंतर-मंतर के नाम से जाना जाता है। वर्ष 2010 में जंतर-मंतर को (यूनेस्को) संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व विरासत (World Heritage) की सूची में शामिल किया।
- गेटोर की छतरियां- नाहरगढ़ किले के ठीक नीचे राजघरानों के निजी शमशान को कहा जाता है।
- आमेर के भव्य महलों में हिन्दू एवं पारसी निर्माण शैली का मिश्रण है। आमेर के महलों का निर्माण राजा मानसिंह प्रथम ने 17 वीं शताब्दी में करवाया था।
- जयपुर को राजस्थान की राजधानी (Capital of Rajasthan) सर्वप्रथम 30 मार्च 1949 को बनाया गया।
- जयपुर (Jaipur) गुलाबी शहर या “Pink City” के नाम से भी जाना जाता है।
- भारत के प्रख्यात वैज्ञानिक सी. वी. रमन ने जयपुर को Island of Glory नाम से संबोधित किया था।
- इसे पूर्व का पेरिस या Eastern Paris भी कहा जाता है।
जयपुर जिला (Jaipur District in Rajasthan)
- जनसंख्या की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा जिला जयपुर है।
- यहा का प्राचीन उद्योग गलीचे की बुनाई और इससे जुड़ा नमदा उद्योग है।
- यहा में श्रावण मास में बड़े पैमाने पर तीज मेला भरता है।
- शहर के चौगान स्टेडियम में प्रतिवर्ष होली के दिन हाथी समारोह का आयोजन होता है।